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Despacito गाने का हिंदी में अनुवादन - Translation of Despacito song in Hindi

क्या आप  Despacito  गाने का हिंदी मतलब जानते हैं नहीं तो यहाँ पढ़े। हां, आप जानते हैं कि मैं थोड़ी देर के लिए आपको देख रहा हूं आज मुझे तुम्हारे साथ नृत्य करना है मैंने देखा, कि आपका नज़र मुझे बुला रहा था मुझे रास्ता दिखाओ कि मैं ओह जा रहा हूँ आप चुंबक हैं और मैं धातु हूँ मैं करीब आ रहा हूं और मैं योजना बना रहा हूं बस इसके बारे में सोचा पल्स को गति देता है अब मैं इसे सामान्य से अधिक का आनंद ले रहा हूं मेरी सारी इंद्रियां अधिक मांग रही हैं यह किसी भी परेशानी के बिना लिया जाना चाहिए   धीरे से मैं अपनी गर्दन धीरे धीरे साँस लेने के लिए चाहता हूँ मैं आपको अपने कानों में बातें बताता हूँ ताकि आप जब आप मेरे साथ नहीं हों तो याद रखें धीरे से मैं तुम्हें धीरे धीरे चुंबन के साथ बंद करना चाहते हैं अपने लेबल की दीवारों पर हस्ताक्षर करें और अपने पूरे शरीर को एक पांडुलिपि बनाएं इसे चालू करें इसे चालू करें ..... इसे मोड़ो, इसे चालू करें   मैं तुम्हें नृत्य देखना चाहता हूं मैं आपका लय होना चाहता हूं मैं चाहता हूं कि तुम मुझे दिखाओ आपके पसंदीदा स्थानों स्थानों स्थानों जगह है मुझे अपने खतरे के क्षेत्र को

UC Browser आपकी की जानकारी दूसरो को देने और गलत तरीके  से गलत जानकारी का प्रचार प्रसार करने  के लिए play store से हटा दिया गया है।

UC Browser आपकी की जानकारी दूसरो को देने और गलत तरीके  से गलत जानकारी का प्रचार प्रसार करने  के लिए play store से हटा दिया गया है। ये बहुत से लोगो  ने गूगल और uc ब्राउज़र से शिकायत की थी कि अब यूसी ब्राउजर नहीं दिख रहा है । गूगल ने बताया कि यूसी ब्राउजर गलत तरीके से एड प्रोमोट कर रहा था और आपकी बहुत सी जानकारी को बाहर दे रहा था। लेकिन अभी भी यूसी ब्राउजर मिनी जो कि छोटा रूप है यूसी ब्राउजर का जिसमे कोई एक्स्ट्रा चीजे यूसी ब्राउजर ने नहीं डाली थी अभी भी play store से डाउनलोड हो सकता है । शायद ये यूसी ब्राउजर को भी पता था कि उसका मुख्य ब्राउज़र कभी भी play store से डिलीट हो सकता है। गूगल के इस कदम से फिर से चीन कि हार हुई है क्योंकि यूसी ब्राउज़र चीन की कंपनी थी और दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा मोबाइल पे प्रयोग किया जाने वाला ब्राउज़र है। वैसे यूसी ब्राउज़र ने अपनी वेबाइट प apk फाइल इंस्टॉल करने के लिए उपलब्ध करा रखी है। हम आपसे यही कहेंगे कि गूगल प्ले स्टोर के अलावा कहीं और से आप ऐप इंस्टॉल ना करे और जो भी इंटॉल किए हैं अनिंस्टॉल कर दे नहीं तो ये आपके मोबाइल के व्यक्तिगत चीजों के लिए

Flipkart Sale से कुछ खरीदने से पहले २ मिनट में ये article पढकर अपने हजारों रूपये बचायें

आप बस थोड़ी सी समझदारी दिखाकर अपना बहुत सा पैसा बचा सकते हैं।  आज सुबह जब मै flipkart  पे shopping  करने लगा तो देखा की जो सामान मैंने १ हफ्ते से चुन रखा था उसका दाम जो पहले था आज भी ४०% छूट के बाद भी वही है। फिर मैंने उसी सामान का दाम दूसरी साइट पे देखा तो वहाँ बिना किसी डिस्काउंट के उससे भी काम दाम थे। फिर मैंने अपने एक दोस्त जो की फ्लिपकार्ट की मार्केटिंग में हैं उनसे बात की तब पता चला य जो डिस्काउंट होते हैं वो केवल ज्यादा मशहूर या फेमस सामानो पे ही होता है जिससे सबको लगता है की दाम काम हो गए हैं। असल में जो दाम कुछ सामान पे कम होने से नुकसान  होता है वो बाकी  के सामानो  पे बढ़ा  कर  या पहले से ही वसूल करते हैं। और लोग सस्ते क चक्कर में बहुत से ऐसे सामान भी ले लेते हैं।                                          अगर आप flipkart या Amazone से कोई खरीददारी कर रहैँ हैं तो इन बातों  का ध्यान दे :- उस सामान की तुलना दूसरी साइट से भी कर लें हो सकता है वहा  ज्यादा सस्ता हो।  ये भी देखे की डिलीवरी चार्ज क्या है उसपर कही डिलीवरी चार्ज को ज्यादा नहीं ले रहें हैं।  अपनी जरुरत का ही सामान ख

तीन तलाख बंद होने के बाद के हालत

तीन तलाख को जैसे ही उच्चतम न्यायालय ने अवैध घोषित  किया है एक विशेष धर्म के लोगो के अंदर अब बेचैनी सी होने लगी है।  आइये इसके साइड इफेक्ट्स के बारे में जानते हैं। १-फतवा जज के ऊपर - आज के बाद कोई भी जज काला  कोट नहीं पहनेंगे वो रंग हमारी महिलाओ का है।  उच्चतम न्यायालय के आदेश को न माना जाये ये धर्म विरोधी है।  जज आज के बाद केवल टिंडे की सब्जी खाएंगे।  जज अबसे तीन बार नहाएंगे  अब कुछ ऐसे ही उल जलूल फतवे सुनने को मिलेंगे।  २-घर का माहौल - पति बेगम से अजी आज खाने में क्या बनेगा तो बेगम भी कहेंगी जो मन हो बना लो अब तो मोदी हमारे साथ हैं।  शौहर  के तलाख  तलाख  तलाख  तलाख  ३ बार बोलने पे अब कोई रोने के बजाय खुब  हॅसेगा। क्या मस्त जोक मारा है।  अब तो बेगम कितनी भी शॉपिंग करे शोहर बेचारा देखता ही रहेगा ये क्या हुआ कैसे हुआ।  सब जगह का माहौल - चचा - क्या हुआ  भतीजा - क्या बताये बेगम ने आज खाना नहीं दिया।  चचा- तो दे दो तलाख तुम अबतक कैसे रुके हो हमने तो तुम्हारी तीसरी चची जान को खाने में नमक नहीं देने के लिए तलाख  दे दिया था। और तुम्हे तो खाना नहीं मिला।  भतीज

हमारे देश को हो क्या गया है

हमारे देश को हो क्या गया है कल एक भाषण सुन रहा था उसमे कोई कोई  कह रहा था की every city in Bangalore (बैंगलोर के हर शहर  में ) वो भी एक बड़ी पार्टी का सबसे बड़ा नेता। अब ये समझ नहीं आता की वो कहना क्या चाहते थे की अबसे बंगलोर भी एक राज्य होगा या उनको अभी तक य पता ही नहीं है की बंगलोर राज्य है। इससे मुझे विचार आया कही कल को ये ना सुनने को मिले की सभी लालूजी भ्रष्ट नहीं है केवल एक ही हैं। सारे घोटाले घोटाले नहीं है केवल उनमे से एक ही है घोटाला बाकि सारे  तो अच्छे काम हैं। सारे केजरीवाल केजरीवाल नहीं है। सबसे ज्यादा मजा तो तब आएगा जब ये सुनने को मिलेगा मोदी जी सारे  देशो के प्रधानमंत्री हैं। आप लोग क्या सोचते हो हमारे देश के नेताओ के ऐसे भाषण  के बारे में या कोई ऐसा भाषण  जो आपको पसंद आया हो नीचे  कमेंट में लिखे।

पाकिस्तान का डर -टीवी का खर्चा या ईद का

पाकिस्तानी आजकल इस बात से डरे हुये हैं कि एक बार तो  टीवी तोड़ चुकें हैं रमजान के बीच मे अब दुबारा कैसे तोड़े और वो भी ऊपर से ईद का खर्चा ।बेचारो ने ये कभी नही सोचा होगा कि भारत पाकिस्तान का क्रिकेट मैच दुबारा हो जाएगा।वो तो ये मानकर बैठे थे कि इंग्लैड से हारकर वापस आ जाएंगे । मगर जैसे ही इंग्लैंड को ये आफर मिला कि अगले 5 साल तक कोई बम विस्फोट नहीं होगा उन्होंने भी देशभक्ति में हारना  ही उचित समझा या कुछ लोग तो ये भी कह रहे हैं कि फिर से 1947 वाला समय आ गया जब बाप बेटे को लड़ा कर चला गया इंग्लैंड। वैसे भी फ़ादर्स डे है तो बेटे को बाप से मिला गया। अब पाकिस्तान अपने बाप को उपहार में चैंपियन ट्रॉफी देगा ऐसा भी कहा जा सकता है। लेकिन ऐसा नालायक बेटा कभी नही करेगा लेकिन बाप तो बाप ही है सबक सिखाने के साथ साथ चैम्पियन ट्रोफी भी साथ लाएगा। ऐसा भी सुनने में आया है कि पाकिस्तानी अल्ला से अपनी रमजान में की हुई गलतियों के लिए माफी मांग रहे हैं कि क्या गलती हो गयी।उधर पाकिस्तानी खिलाड़ियों को डर से रात को नींद नही आ रही हैं की इसबार घर कैसे जाएंगे ईद कैसे मनाएंगे । इस बार ईद में कोई गले भी नही मिलेगा।

Ransomware क्या हैं

Ransomware  एक ऐसा कम्प्यूटर वायरस है जो कि ट्रोजन के द्वारा फैलाया जाता है । इससे इन्फेक्टेड कंप्यूटर की सारी फाइल्स encrypt हो जाती है फिर वो open नही होती जबतक की attacker को पैसे न दे दिया जाये। ये काम कैसे करता है > Attacker मेल या किसी लिंक के द्वारा कंप्यूटर तक अपना वायरस exe फ़ाइल भेजता है । जो कि एक प्रकार का वायरस होता है । यूजर जब इनके मेल को खोलता है या लिंक पे क्लिक करता है तो ये प्रोग्राम माइक्रोसॉफ्ट के MFT(मास्टर फ़ाइल टेबल ) को चेंज कर देता है और सारी फ़ाइल सिस्टम को access करके एन्क्रिप्ट कर देता है ।जिससे यूजर अपनी कोई फ़ाइल को भी नही खोल पता है । तीसरी स्टेज में जब यूजर attacker को पैसे देता है तब attacker डिक्रिप्ट decrypt key भेजता है तब जाकर आपकी फ़ाइल एक्सेस या खुल पाती हैं। कई बार तो attacker फ़ाइल को डिक्रिप्ट के लिये key भी नही बनाते हैं। ये वायरस पहली बार 1989 मे सामने आया था तब हॉस्पिटल में इसने कई कंप्यूटर को encrypt करके बेकार कर दिया था। इस बार इनका टारगेट I T कंपनी और बैंक है। इस बार इससे सबसे ज्यादा इन्फेक्टेड भारत है।

कब तक सैनिक मरते रहेंगें मोदी जी

आज पूरा देश ये पूछ रहा है कि मोदी जी सैनिक कबतक मरते रहेंगे । आज फिर ये खबर सुनने को मिल रही है कि हमारे दो सैनिको को मार कर उनके साथ बरबरता की गई । पहली सरकार पे तो हमे भी विस्वास नही था परंतु आप के ऊपर तो सबको विस्वाश है । फिर भी हमे आज ऐसी दुख भरी खबर सुनने को मिल रही है । हमे जवाब चाहिए मोदी जी अगर अब भी हमे जवाब नही मिला तो कब मिलेगा। हमे पाकिस्तान को मुंहतोड़ देना होगा कि आगे वो ऐसी कोई हरकत ना कर पाए । इस मैसेज में अपने कमैंट्स जरूर लिखे ।

बाहुबली ने बॉलीवुड के बाहुबलियों की छुट्टी कर दी

इस समय बॉलीवुड के बुद्धिजीवी और अपने आप को स्टार समझने वाले एक्टर ऐक्ट्रेस समझने वाले लोग ये सोच रहे है की बाहुबली कैसे इतने पैसे कमा गयी । जबकि बॉलीवुड के बड़े से बड़े एक्टर को मूवी realease करने के लिए छुट्टियों वाली तारीख खोजनी पड़ती है। कोई ईद तो कोई दीपावली तो कोई क्रिसमस।कुछ लोग तो फ़िल्म release तक  नही करते जबतक कोई हॉलीडे ना पड़ जाए। हमारे खान भाइयों ने तो कुछ तारीख़ तक पे अपनी ताकत से कब्जा कर रखा है । फ़िल्म समीक्षक तो उनको ही आदर्श मानकर जो करते है उसी को सही बताते हैं। आईपीएल season में तो कोई भूलकर भी अपनी बड़ी फिल्म realease नही करता है । उसे पता होता है कि फ़िल्म नही चलेगी । लेकिन बाहुबली ने ये साबित कर दिया कि अगर फ़िल्म अच्छी बनाई जाए तो किसी भी सीजन में चल जाएगी । अब बॉलीवुड तो ये समझ गया होगा कि उनकी फिल्मे लोग केवल समय गुजारने के लिए देखते हैं । क्योंकि बॉलीवुड में केवल एक बड़ा एक्टर ले किया शूटींग विदेशो में कर दी और प्रोमोशन में पैसा लगा दिया बस । फ़िल्म की स्टोरी क्या है , क्या एक्टिंग है , डायरेक्शन किसी से कुछ मतलब  नही बस चेहरे दिखा कर कितने पैसे कमायेंगे। जबतक बॉलीवु

सोनू निगम ने ये क्या बोल दिया -मस्जिद का स्पीकर बंद हो गया

सोनू निगम ने सर क्या मुंडा लिया लगता है की उनको आवाज ज्यादा सुनाई देने लगी। उन्हें सुबह के लाऊडस्पीकर की आवाज से ही उठ जा रहे हैं और हम हैं की पास में रखे अलार्म से भी नहीं उठते हैं। चलो कुछ भी हो उन्होंने  कहा थोड़ा लाउड स्पीकर धीमे बजा लिया करो पर कुछ लोगो को लगा की उनके अल्लाह पे हमला हो गया अब सोनू इतने भी ताकतवर नहीं हैं की किसी के अल्लाह पे हमला कर सके। उन्हें तो बस थोड़ी देर तक सोना था,रात में टीवी जो देखते हैं।                          ऐसा भी क्या जगाना किसी को इबादत करने के लिए उसे तो खुद ही उठना चाहिए जिसे इबादत करनी है अगर किसी को जबरदस्ती लाउड स्पीकर से जगाना पड़े तो ऐसी इबादत का क्या फायदा। अब सोनू निगम के घर पे पास की मस्जिद का स्पीकर बंद हो गया तो क्या इबादत बंद हो गयी ऐसा  नहीं है।  अब भी इबादत होती है और अल्लाह सुनता भी हैं।                        मुझे लिखने का मन तब किया जब पता चला की बंगाल में एक महान  इंसान ने सोनू निगम का सर कलम करने वाले को १० लाख देने का इनाम रखा। अगर यही इनाम वो किसी खोज या किसी गरीब को पढ़ाने में लगाते तो कितना फायदा होता। इन सब बातों से सोनू

योगी आदित्यनाथ -एक परिचय (सन्यासी से मुख्यमंत्री)

योगी आदित्यनाथ अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने वाले हैं। इस खबर से देश के बहुत से लोग खुशियाँ मना रहे हैं और कुछ लोग कुछ करने के लायक ही नही रहे। योगी आदित्यनाथ हमेशा हिदुत्व के पछधर रहे हैं। और इस बार बीजेपी के स्टार प्रचारक भी रहे हैं। उनके बारे में कुछ ऐसी बाते बताने जा रहा हूँ जो शायद आपको ना पता हो। योगी का अ सली नाम  अजय सिंह नेगी है।  १९९४ में  दीक्षांत समारोह के बाद अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ बने। इनका जन्म स्थान श्रीनगर उत्तराखंड है।  आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महन्त अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं।  उनके बाद मंदिर के महंत यही हैं।  आदित्यनाथ ने math से स्नातक किया है।  १९९८ से गोरखपुर में चुनाव जीत रहे हैं।  ७ सितम्बर २००८ को हमले में ये बाल बाल बचे थे और ये हमला इतना बड़ा था की हमलावरों ने १०० वाहनों को घेर लिया था।  १९९३ में आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर गए थे।  योगी अपने पिता की जगह  महन्त अवैद्यनाथ जी का नाम लिखते हैं।  आदित्यनाथ को बैडमिंटन और तैरना पसंद है।  योगी की लंबाई ५'४" है।  पहली बार कोई सन्यासी मुख्यमंत्री बन रहा है।  अब इस सन

जावेद अख्तर ,गीता फोगाट और गुलमेहर

जावेद अख्तर के लिए देश के नायक केवल फिल्मो में काम करने वाले हैं उनके लिए देश के खिलाडी और देश के लिए मरने वालो की कोई इज़्ज़त नही। जब उन्होंने लछ्य जैसी फिल्मो में डायलॉग लिखे तो उनके दिमाग में केवल पैसा था या कुछ और। क्या जावेद जी को ये पता है की देश के लिए मैडल लाने में कितनी मेहनत करनी पड़ती है। देश के लिए मैडल लाना कॉलेज में जाकर डिग्री करने से बहुत कठीन काम है। कॉलेज में बहुत से लोग एक साथ सफल होते हैं और मैडल केवल और केवल ३ लोगो को ही मिलता है और सोना केवल १ को ही मिलता है। क्या ये सब जावेद जी को कोई बताएगा। किसी को अनपढ़ कहने से पहले अपनी डिग्री बताये और ये भी बताये की देश के बाहर कितने लोगो से आजतक मुकाबला कर चुके हैं या कभी हिम्मत नहीं दिखाई?????                   गुलमेहर जी हम आपके साथ हैं मगर युद्ध का विरोध करना ठीक है पर आपको ये भी पता होना चाहिए की पाकिस्तान कैसा देश है और वो हमारे देश में अशांति फ़ैलाने के लिए क्या क्या करता है।  आपकी बात ऐसी थी की जैसे आपको आपकी पढ़ाई ने नही परीछा ने पास किया। अगर एग्जाम नही होते तो आप पास ही नही होती। और जब अपने कोई बात कही तो उसपर आप ख

मोदी का मुख्यमंत्री प्रेम -भक्त दूर ही रहें तो अच्छा है

देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब देश का प्रधानमंत्री एक राज्य का मुख्यमंत्री बनने की होड़ में लगा हुआ है। ऐसा किसी  और देश नही हमारे  देश भारत में हो रहा हैं। जहा प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी देश का कामकाज छोड़कर यूपी में चुनाव प्रचार कर रहे हैं और ऐसा वो खुद कहते हैं की अखिलेश मायावती मोदी से डरते हैं। अब ये तो डरेंगे ही क्योकि जब प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री की दौड़ में जो है। मुझे आजतक ये समझ नहीं आया की भारतीय जनता पार्टी में मोदी के अलावा दूसरा नेता क्यों नही है शायद इसलिए क्योकि मोदी के अलावा कोई दूसरा नेता हो ही ना और भा. ज. पा. को लग रहा है की ये नेता चल गया चलने दो और कोई आया तो कही कुछ गलत ना हो जाये। अब ऐसी डरपोक पार्टी के बाकी नेता तो किसी काम के ही नही होंगे। अगर मोदी मुख्यमंत्री बनते हैं तो कुछ ठीक नही तो उत्तर प्रदेश का बंटाधार समझिए।                अब जरा मुख्यमंत्री मोदी और अखिलेश मुख्यमंत्री पे नजर डाल ले। मोदी ने १० साल के गुजरात के कार्यकाल में केवल हाईवे के ही काम कराये जो की पैसे केंद्र से आते हैं। अब अखिलेश ने भी यही काम किया परंतु अखिलेश ने देश  क

Miley Cyrus ने लक्ष्मी पूजन किया

Miley cyrus जो की एक विदेशी पॉप गायिका हैं उन्होंने कल इंस्टाग्राम पे एक फोटो शेयर की है जिसमे वो लक्ष्मी जी की स्थापना करके फलो की थाली सजा कर लक्ष्मी पूजन कर  रही हैं। ऐसा लग रहा है जैसे की किसी भारतीय के घर का चित्र हो। लक्ष्मी जो की धन और सम्पन्नता की देवी हैं हमारे यहा तो हर घर में पूजनीय हैं। परंतु एक २४ साल की प्रसिद्ध पॉप गायिका जो की अपनी गायकी और पहनावे के लिए जनि जाती हैं। जब ऐसा करती हैं तो एक गर्व महसूस होता है की हमारी संस्कृति कितनी विशाल है।                    यहाँ पर ये एक पब्लिसिटी स्टंट या भारतीयों के दिल में जगह बनाने का प्रयास भी कहा जा सकता है। हो भी सकता है ऐसा हो पर वो एक स्थापित गायिका हैं और उनका ऐसा करना भारतीयों को गर्व कराएगा।  उनकी फोटो देखे                                                    Follow  - Instagram   @follow

Social Trade क्या पैसा वापस मिलेगा और कितना मिलेगा

एक २६ साल के B.Tech  स्नातक (Graduate ) ने एक ४० साल के M.B.A  परास्नातक के साथ मिलकर ६ लाख लोगो से ३७०० करोड़ रुपयो की ठगी की। और इसमें उनका साथ दिया बड़ी बड़ी  कंपनियों में काम करने वाले बुद्धिजीवी लोगो ने। मैं ऐसा इसलिए कहा क्योकि जो लोग भी शुरूआत में ऐसी कंपनी से जुड़ते है उन्हें पता होता है की कंपनी भागने वाली है और  अगर वो अभी जुड़ते है तो उनके पैसे कई गुना हो जायेंगे। क्योकि ऐसी कंपनी लाख लोगों से कम में नही मानती हैं। तबतक तो शुरुवात वाले लोगो के पैसे कई गुना  हो जाते हैं।            अब ये बताइये Speak Asia जो की आज से कई साल पहले आयी थी वो जब २२०० करोड़ लेकर गयी तो क्या ये कंपनी उससे कम में रुकेगी। और इस कंपनी का साथ भी बड़े बड़े पदों पे काम करने वाले लोगो ने दिया। मैं बाकी लोगो की बात इसलिए कर रहा हूँ क्योकि शुरुवात के ६०%  लोगो से अगर आप पूछोगे की कंपनी कैसी है तो वो यही कहते हैं की कंपनी भागेगी ये तो पक्का है पर तबतक वो बहुत पैसे काम लेंगें। फसते तो वो लोग है जो बाद में जुड़ते हैं या जो उनपर भरोसा करके अपनी मेहनत की कमाई लगा देते हैं और बाद में पैसे डूब जाते हैं। आप परेशान न हो

अगर आप सिंगल हैं तो वैलेंटाइन डे पे कुछ खास है आपके लिए

     वैसे तो वैलेंटाइन डे के दिन सभी जाना चाहते हैं अपने वैलेंटाइन के साथ। लेकिन अगर आप सिंगल भी है तो कोई प्रॉब्लम नही हैं आपके लिए भी है एक डे।  १४ February को आप सिंगल अवेयरनेस डे मना सकते हैं। इसमें आप अपने सभी सिंगल दोस्तों के साथ मिलकर कही पार्टी कर सकते हैं। यहां कोई रोक टोक नही होगी आप जैसे चाहे वैसे जा सकते हैं।  अपने पसंद की जगह और पसंद का खाना खा सकते हैं।  और भीड़ से अगल पहचान बना सकते हैं। अब देखिये वैलेंटाइन डे पे क्या होता हैं। १ करोड़ वैलेंटाइन कार्ड आपस में बदले जायेंगे। ७३% पुरुष और २७ % स्त्रियां कार्ड खरीदेंगे। इससे पता चलता है की लड़के वैलेंटाइन डे के दिन ही प्रोपोज़ करते हैं। और  प्रोपोज़ करने के पहले की टेंशन से भी बच जायेंगे या बच जाएँगी। ब्रिटेन के राजा हेनरी VII ने तो १५३७ में १४ फरवरी को संत वैलेंटाइन डे के लिए हॉलिडे भी कर दिया था। क्या आपको पता है ये मनाते क्यों हैं।  इसकी भी एक कहानी हैं। क्लाउडिस दूतीय ये नही चाहते थे की रोमन सैनिक युद्ध के समय विवाह करे परंतु सन्त वैलेंटाइन ने चोरी चोरी कई शादिया करा दी। इसके लिए उनको जेल में डाल दिया गया। इन्ही वैलेंटा

26 जनवरी - कुछ रोचक जानकारी

२६ जनवरी वो तारीख है जब हमारे देश का संविधान लागू किया गया था।  इस दिन हम भारतवासी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते है। मैं यहाँ पे कुछ बातें बताऊंगा जिसपर हमारा ध्यान कम जाता है। हम २६ जनवरी को ही गणतंत्र दिवस क्यों मानते हैं। १९२६ को कांग्रेस के अधिवेशन में ये प्रस्ताव पारित किया गया था की अगर २६ जनवरी १९३० तक अंग्रेज सरकार भारत को उपनिवेश का पद नही प्रदान करेगी तो भारत को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया जायेगा। परन्तु अंग्रेजो ने कुछ नही किया तब से १९४७ तक हर वर्ष २६ जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मानते रहे। और हम सोच रहे थे की आजादी की लड़ाई बहुत समय से चल रही थी। हमारा देश १५ अगस्त को स्वतंत्र हुआ तो इस दिन का मान रखने के लिए २६ जनवरी १९५० को संविधान लागू किया गया और गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।  हमारा संविधान २६ नवम्बर १९४९ को ही संविधान सभा ने अपना लिया था। संविधान बनाने में २ वर्ष ११ महीने और १८ दिन लग गए थे। इसमें ४६५ अनुच्छेद और १२ अनुसूचिया हैं। ये दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।  जबकि ब्रिटेन का संविधान लिखित ही नही है।  भारत का संविधान गवर्नमेंट ऑफ़ इ

जनता तो आरंभ से ही विरोध में थी। आप बाद में आये।

जनता तो आरंभ से ही  विरोध में थी। आप बाद में आये। आपको ये शीर्षक कुछ अटपटा सा लग रहा होगा। परन्तु  ये सत्य है और ये बात आज मुझे मेरी मित्र से बात करते हुए ही आभास  हुआ। अब मेरे कुछ मित्र जिन्हें भक्त भी कहते है वो ये कहते हैं की साठ साल तक किसी ने कुछ नही बोला , बोला था भाई और बहुत बोला था।  आप उस समय सुन नही रहे थे या आपको पता नही चला। और कुछ युवराज के भक्त कहते है जो भी किया हमने किया। अब मै ज्यादा  बात न करते हुए सीधे मुद्दे पे आता हूँ। जब देश आजाद हुआ तब कांग्रेस के प्रेसीडेंट के लिए १५ में से १२ प्रदेश कांग्रेस ने सरदार वल्लभ भाई का नाम दिया था ३ ने किसी का नाम नही दिया था। परन्तु गाँधी जी ने नेहरू की तरफदारी की थी और अपनी इच्छा  जता चुके थे फिर भी किसी ने नेहरू का नाम नही दिया। अंतिम दिन जे. बी. कृपलानी ने नेहरू को नामित किया।   वल्लभ भाई पटेल ने अपना नाम वापस लेकर नेहरू को प्रधानमंत्री बनने दिया क्योकि वो ७१ वर्ष के हो गए थे और कार्यालय में बैठने के बजाए देश की सेवा करना चाहते थे ।  नेहरू ५६ वर्ष के थे तो वो कुछ अधिक समय तक सेवा कर पाएंगे  सोचकर प्रधानमंत्री बनने दिया।